कुंभ का अर्थशास्त्र
कुंभ का अर्थशास्त्र:-
Competitive Exams के Students को Economics अच्छे से समझनी होती हैं और अभी हम विश्व के सब से बड़े धार्मिक आयोजन को देखना शुरू कर दिए है और ये ऐसा महाआयोजन हैं,जिसको आपकी पिछली 3 पीढ़ियों ने कभी नहीं attend किया होगा और आने वाली 3 पीढ़ियां भी नहीं कर पाएंगे क्योंकि ये दिव्य कुंभ, भव्य कुम्भ अद्भुत कुंभ यानी की महाकुंभ हैं, जो की 144 वर्ष बाद आया हैं।
अर्ध कुंभ आता हैं 6 सालों में एक बार,पूर्ण कुम्भ आता हैं 12 सालों में एक बार और 13/01/25 से 25/02/25 तक चलने वाला कुंभ 12 का Square यानी 144 साल पूरा होने पर आया हैं।
अर्ध कुंभ आता हैं 6 सालों में एक बार,पूर्ण कुम्भ आता हैं 12 सालों में एक बार और 13/01/25 से 25/02/25 तक चलने वाला कुंभ 12 का Square यानी 144 साल पूरा होने पर आया हैं।
आईए समझते हैं कुंभ का अर्थशास्त्र:-
इस बार कुम्भ मेला में 40 करोड़ लोगों के आने की बात कहीं का रहीं हैं, अर्ध कुंभ 2019 में 25 करोड़ लोग आयें थे।
इन लोगों के रहने के लिए महाकुंभ नगर को 4 हजार हैक्टेयर में बसाया गया हैं और 2019 में ये Area 2.5 हजार हैक्टेयर था और 1 लाख 60 हज़ार टेंट
लगाएं गए है लोगों के रहने के लिए।

9 पक्के घाटों की व्यवस्था की गई है जबकि 2019 में 4 पक्के घाट थे साथ ही 30 पैंटून ब्रिज भी हम लोगों के लिए बने हैं।
400 किलोमीटर की टेंपरेरी रोड़ और 7 हज़ार रोड़वेज बसे 550 शटल बसें भी आना जाना आसान करने में लगी हुई हैं,
8 हज़ार नाविक भीं तन मन धन से लगें हुए हैं।
67 हज़ार स्ट्रीट लाइट तो रात में दिन का अहसास करवा रहीं हैं, जिसके लिए 2 पॉवर सबस्टेशन और 66 नए ट्रासंफार्मर लगें हैं।
पीने और साफ सफ़ाई के लिए दिक्कत न हो इसके लिए 1250 किलोमीटर की पाइपलाइन भी बनाई हैं और 1.50 लाख टॉयलेट और 10 हज़ार सफाई कर्मी भी वहां लगाएं गए हैं।
18 लाख स्क्वायर फीट एरिया में खुबसूरत Drawings बना के हजारों लोगों को अपनी कला के बदले अच्छा पैसा कमाने का मौका मिला हैं।
13 हज़ार ट्रेनें जिनमें से 3000 बस कुम्भ मेला के लिए चलाई जा रहीं हैं और भक्तों को कोई समस्या न हो इसके लिए इन सभी कामों में लोग 24 घंटे लगे हुएं हैं।
इतने बड़े महाआयोजन के लिए U P सरकार ने 5600 करोड़ और 2100 करोड़ केंद्र सरकार ने दिए हैं जिससे उम्मीद है की सरकार को 25,000 करोड़ की इनकम होंगी मात्र 45 दिनों में जिसमें GST का एक बड़ा रोल होगा, 2 से 3 लाख करोड़ से GDP भी बढ़ेंगी।
... और कॉरपोरट सेक्टर ने भी 3000 करोड़ खर्च करेगा जो IPL को छोड़ से सब से बड़ा खर्चा होंगा।
6 लाख से अधिक परिवार सीधे पैसा कमा पा रहें है और 45 हज़ार मज़दूरों से अब तक सीधे सीधे काम लिया जा चुका हैं।
महाकुंभ 2025 के उद्घाटन से पहले, अडानी Group ने शाही स्नान और कुंभ मेले के लिए प्रयागराज आने वाले लाखों-करोड़ों श्रद्धालुओं और तीर्थयात्रियों को भोजन परोसने के लिए कृष्ण भक्ति के लिए प्रसिद्ध इस्कॉन के साथ हाथ मिलाया है।
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